सिरमौर जिले की फार्मा कंपनी पर अवैध सिरप मामले में ईडी का शिकंजा, 1 करोड़ की संपत्ति जब्त…

सबसे तेज खबर / नाहन

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जम्मू उपक्षेत्रीय कार्यालय ने हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से जुड़े एक बड़े अवैध सिरप मामले में कड़ी कार्रवाई की है। नाहन स्थित दवा निर्माता कंपनी मेसर्स विदित हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड पर शिकंजा कसते हुए ईडी ने कंपनी की ₹1 करोड़ की अवैध संपत्ति को जब्त कर लिया है। कंपनी पर गंभीर आरोप हैं कि उसने अवैध रूप से कोडाइन-आधारित कफ सिरप (सीबीसीएस) को नशीले पदार्थ के रूप में बेचा। ईडी द्वारा कुर्क की गई संपत्ति हरियाणा के पानीपत में स्थित मेसर्स विदित हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड की औद्योगिक भूमि है, जो हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में पंजीकृत है। मामले में कंपनी के प्रबंध भागीदार नीरज भाटिया और निकेत कंसल पर कोडीन-आधारित कफ सिरप ‘कॉकरेक्स’ का नशीले पदार्थ के रूप में दुरुपयोग के लिए अवैध रूप से बाजार में मोड़ने का आरोप है।

ईडी की विस्तृत जाँच में यह खुलासा हुआ है कि वर्ष 2018 से 2024 के दौरान, विदित हेल्थकेयर ने निकेत कंसल द्वारा नियंत्रित विभिन्न संस्थाओं को लगभग ₹16.74 करोड़ रुपये का सीबीसीएस सप्लाई किया। इस अवैध कारोबार से कंपनी ने लगभग ₹2.92 करोड़ रुपये का सकल लाभ अपराध की कमाई के रूप में अर्जित किया। इस अवैध कारोबार के तार श्रीनगर के रईस अहमद भट से भी जुड़े थे, जिसके पास से एनसीबी ने 14 जनवरी 2024 को भारी मात्रा में सिरप जब्त किया था। ईडी ने अपनी जाँच का दायरा बढ़ाते हुए 13 फरवरी 2025 को नीरज भाटिया के आवास पर तलाशी अभियान चलाया था, जहाँ से ₹32 लाख नकद और ₹1.61 करोड़ के आभूषण जब्त किए गए थे। अब इसी क्रम में पानीपत की यह औद्योगिक भूमि कुर्क की गई है, जो इस अवैध नेटवर्क को और अधिक उजागर करती है। इस मामले में ईडी की जाँच अभी भी जारी है और आगे और खुलासे होने की संभावना है।


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