सबसे तेज खबर/ पांवटा साहिब

जिस प्रकार देव भूमि हिमाचल प्रदेश में हर वर्ष बरसात के मौसम में अनेकों बार आपदा जैसे हालात पैदा हो जाते हैं जिसको काबू करने के लिए आपदा प्रबंधंन,स्थानीय पुलिस, और प्रशासन मुस्तैद नजर आता है, परन्तु हम सभी को इस गंभीर और चिन्तनीय समस्या से निपटने के लिए पूर्व से ही सजग और जागरूक रहने की आवश्यकता है क्योंकि हम सभी शाय़द तभी जागते हैं जब कोई हमारे क्षेत्र समाज में बरसात की आपदा से जान-माल का नुक़सान होता है इसी परिप्रेक्ष्य में अगर हम कहीं न कहीं अपने बच्चों युवाओं को नदी नालों की और न जाने के लिए जागरूक और सजगता दिखा पाए तो शाय़द हमे किसी भी अप्रिय घटनाओं से निजात मिल सकती है तो वहीं दूसरी ओर हमे बैजुबान पालतु जानवरों को भी बससात के मौसम में न भैजने की जागरूकता का परिचय दिया जाए, क्योंकि हम आप हर वर्ष देश-भर में आईं बरसात के मौसम में खासकर जो नदी नालों के तट पर अधिक नुकसान देखने एवं सुनने को मिलता है जिन अप्रिय घटनाओं से निजात पाने के लिए ऐसे क्षेत्रों में नदी नालों से दूर रहने की परम आवश्यकता है, जबकि देवभूमि हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भी बरसात के मौसम में अनेकों अप्रिय घटनाएं देखने को मिलती हैं जबकि इन सभी घटनाओं के सन्दर्भ में समय-समय पर आपदा प्रबंधन पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन के द्वारा लोगों को इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए प्रक्षिशित और जागरूक भी किया जाता है जिसका लाभ तत्कालीन घटनाओं में देखने को मिलता है जब कोई आपदा के समय मुसीबत में होता है तो प्रक्षिशित व्यक्ति ऐसे समय में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं , ऐसे सैंकड़ों व्यक्तियों के उदाहरण देखने को मिलते हैं, परन्तु इससे भी बढ़कर है कि हम ऐसी परिस्थिति आने से पहले अगर सजग एवं जागरूक रहते हैं तो बरसात में आई आपदा में कम से कम नुकसान देखने को मिलेगा, तो वहीं बुद्धिजीवियों एवं अनुभवी व्यक्तित्व का मानना है,इस प्रकार हम सभी का नैतिक कर्तव्य बनता है कि हम परिवार सहित खुद भी बरसात के मौसम में दूर रहने का प्रयास करें और अपने क्षेत्र समाज को भी ऐसी गंभीर स्थिति से निजात पाने के लिए जागरूक करें ऐसा निवेदन और जनहित में सुझाव रहेगा, क्योंकि जब किसी परिवार का सदस्य परिवार से बिछड़ जाता है तो उस परिवार को ही मालूम होता है कि उसके विछडने का दर्द कितना होता है और परिवार पूरी तरह से बिखर कर टूट जाता है,इस प्रकार एक छोटी सी जानकारी और जागरूकता हमे किसी भी मुसिबत से बचा सकती है अगर हम ऐसे गंभीर विषय पर व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर क्षेत्र समाज के विषय में भी किसी न किसी रूप से जागरूक करने का प्रयास करते हैं तो, तो वहीं समय-समय पर स्थानीय प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी बच्चों युवाओं से आग्रह और बहुमूल्य सुझाव देते नज़र आते हैं कि आप खुद भी नदी नालों से दूर रहें और अपने बच्चों युवाओं और समाज को भी दूर रहने के लिए जागरूक करें,साथ ही हमें बरसात के मौसम में अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने का प्रयास भी करना चाहिए ताकि भविष्य में बरसात के मौसम में आई तबाही से पेड पौधे होने पर भूमि कटाव कम लगें और कम से कम नुक़सान पहुंचे,तो वहीं मिडिया बन्धुओं से भी निवेदन रहेगा कि ऐसे गंभीर और चिन्तनीय विषय पर जनहित में ऐसी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए समाज को जागरूक करने का प्रयास करें ताकि भविष्य में बरसात के मौसम में कम से कम नुकसान देखने एवं सुनने को मिले हम सभी को अच्छी तरह विदित है कि जिस प्रकार पूर्व में जिला सिरमौर के सिरमौरी ताल में बरसात ने कहर बरपाया था जिसमें एक ही परिवार के केवल एक पुरुष को छोड़कर अन्य सभी मौत के मुंह में चले गए थे और उस पुरुष के लिए ताउम्र गहरे जख्म दे गया था,जिस आपदा में रात दिन पुलिस, स्थानीय प्रशासन और जनता ने मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, इसी प्रकार हिमाचल प्रदेश के कूल्लू के समेस में अनेकों परिवार तबाह हो गए इत्यादि हिमाचल प्रदेश के अनेकों क्षेत्रों में अनेकों वर्षों से बरसात के मौसम में कुदरत ने भयंकर तबाही मचाई है, इसी गंभीर स्थिति को देखते हुए हम सभी को कहीं न कहीं जागरूक और सजग होंने की परम आवश्यकता है उम्मीद करते हैं आपको हमारा ये छोटा सा सुझाव उचित लगा होगा और भविष्य में आपका जरूर मार्गदर्शन मिलेगा।


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